हर हाल में खुश रहना संतो से सीख जाए लिरिक्स 

हर हाल में खुश रहना संतो से सीख जाए |
महफ़िल में जुदा  रहना संतो से सीख जाए ||

सुख दुःख में हसना रोना ,है काम कायरो का |
दोनों में मुस्कुराना,    संतो से सीख जाए ||
महफ़िल में जुदा  रहना……

झंझट से भाग जाना, सब लोग बताते है|
झंझट मे बचके रहना,संतो से सिख जाये||
महफ़िल में जुदा  रहना……

मरने के बाद मुक्ति, सब लोग बताते है |
जीते जी मुक्त रहना, संतो से सिख जाये||
महफ़िल में जुदा  रहना….

दुनिया के लोग दौलत, पाकर के मुस्कुराते |
पर भिक्षु: बन के हसना, संतो से सीख जाए ||
महफ़िल में जुदा  रहना……

हर हाल में खुश रहना संतो से सीख जाए |
महफ़िल में जुदा  रहना संतो से सीख जाए ||

 

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