लागी लगन मुझे लागी लगन
ओ बालाजी रखना मुझको अपनी शरण
में तेरे द्वार पे लाऊं जो आ जाए
बिन मांगे मुझको तो सब कुछ मिले रे
तू ऐसा दाता है ऐसा विधाता है
तालों से है ये सिलसिले ये मेरा तन
ये मेरा तन हां ये मेरा मन तेरी भक्ति में हर दम रहता है ये मगन
ओ बालाजी रखना मुझको अपनी शरण
ओ बालाजी रखना मुझको अपनी शरण
लागी लगन मुझे लागी लगन
ओ बालाजी रखना मुझको अपनी शरण
ओ बालाजी रखना मुझको अपनी शरण
गाऊंगा नाचूंगा तेरे दर आऊंगा
तुझ से लगी प्रीत मुझको तो बाला
में हूं दीवाना रे मेरा ठिकाना
दर तेरा है और अंजनी लाला
मेरे नयन हां ये तेरे नयन
तेरे दर्शन को तरसे कर दे कोई जतन
ओ बालाजी रखना मुझको अपनी शरण
ओ बालाजी रखना मुझको अपनी शरण
लागी लगन मुझे लागी लगन
ओ बालाजी रखना मुझको अपनी शरण
जो चाहा वो पाया तेरे दर की माया
मिलती हैं खुशियां तुम्हारे ही दर पे
दर पे में आया हूं परसादी लाया हूं
रखना दया भागड़ा बेखबर पे
ना चहुं धन ना चाहूं रतन बस गाता रहूं मैं बाला तेरे भजन
ओ बालाजी रखना मुझको अपनी शरण
ओ बालाजी रखना मुझको अपनी शरण
लागी लगन मुझे लागी लगन
ओ बालाजी रखना मुझको अपनी शरण
ओ बालाजी रखना मुझको अपनी शरण