कनक भवन दरवाजे पड़े रहो ,जहाँ सियारामजी विराजे पड़े रहो Lyrics

प्रभु श्री सीता-राम जी काटो कठिन कलेश
कनक भवन के द्वार पर पड़े दीन राजेश

कनक भवन दरवाजे पड़े रहो
जहाँ सियारामजी विराजे पड़े रहो
सुघर सोपान सो द्वार सुहावे
छटा मनोहर मोहे मन भावे
सुन्दर शोभा साजे पड़े रहो
कनक भवन दरवाजे पड़े रहो
जहाँ सियारामजी विराजे पड़े रहो

 

आवत जात संत जन दर्शत
दर्शन करि के सुजन मन हर्षत
देखत कलि मल भागे पड़े रहो
कनक भवन दरवाजे पड़े रहो
जहाँ सियारामजी विराजे पड़े रहो

 

अवधविहारी सिंघासन सोहे
संग श्रीजनकलली मन मोहे
अति अनुपम छवि छाजे पड़े रहो
कनक भवन दरवाजे पड़े रहो
जहाँ सियारामजी विराजे पड़े रहो

 

श्रीसियाराम रूप हिय हारि
लखि राजेश जाए बलिहारी
कोटि काम रति लाजे पड़े रहो
कनक भवन दरवाजे पड़े रहो
जहाँ सियारामजी विराजे पड़े रहो

 

कनक भवन दरवाजे पड़े रहो
जहाँ सियारामजी विराजे पड़े रहो
कनक भवन दरवाजे पड़े रहो
जहाँ सियारामजी विराजे पड़े रहो

 

Kanak Bhavan darwaaje pade raho Lyrics in English by Shree Rajeshwara ji mahraj 

Doha: 

 

Prabhu Shri Sita-Ram Ji kato kathin kalesh
Kanak Bhavan ke dwar par pade deen Rajesh

 

Kanak Bhavan darwaaje  pade raho 
Jahan Siya-Ram Ji viraje pade raho
 
Sughar sopan so dwar suhawe 
Chhata manohar mohe man bhawe
Sundar shobha saje pade raho
Kanak Bhavan darwaaje pade raho 
Jahan Siya-Ram Ji viraje pade raho
 
Aavat jaat sant jan darshat 
Darshan kari ke sujan man harshat
Dekhat kali mal bhage pade raho 
Kanak Bhavan darwaaje pade raho
Jahan Siya-Ram Ji viraje pade raho
 
Avadh vihari singhasan sohe ,
Sang Shri Janaklali man mohe.
Ati anupam chhavi chhaje pade raho 
Kanak Bhavan darwaaje pade raho 
Jahan Siya-Ram Ji viraje pade raho
 
Shri Siya-Ram rup hiya hari 
Lakhi Rajesh jaye balihari
Koti kam rati laje pade raho 
Kanak Bhavan darwaaje pade raho 
Jahan Siya-Ram Ji viraje pade raho
 
Kanak Bhavan darwaaje pade raho
Jahan Siya-Ram Ji viraje pade raho 
Kanak Bhavan darwaaje pade raho
Jahan Siya-Ram Ji viraje pade raho
 

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