ज्योत से ज्योत जगाते चलो jyot se jyot jagate chalo lyrics

ज्योत से ज्योत जगाते चलो ,
प्रेम की गंगा बहाते चलो।

राह में आए जो दीन दुखी ,
सबको गले से लगाते चलो।

जिसका न कोई संगी साथी ,
ईश्वर है रखवाला।
जो निर्धन है जो निर्बल है ,
वह है प्रभू का प्यारा।
प्यार के मोती लुटाते चलो,
प्रेम की गंगा बहाते चलो।
ज्योत से ज्योत …..

आशा टूटी ममता रूठी ,
छूट गया है किनारा।
बंद करो मत द्वार दया का ,
दे दो कुछ तो सहारा।
दीप दया का जलाते चलो,
प्रेम की गंगा बहाते चलो।
ज्योत से ज्योत …..

कौन है ऊँचा कौन है निचा ,
सब में वही समाया।
भेद भाव के झूठे भरम में ,
ये मानव भरमाया।
भरम ध्वजा फहराते चलो ,
प्रेम की गंगा बहाते चलो।
ज्योत से ज्योत …..

 

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