कनक भवन दरवाजे पड़े रहो ,जहाँ सियारामजी विराजे पड़े रहो Lyrics
प्रभु श्री सीता-राम जी काटो कठिन कलेश कनक भवन के द्वार पर पड़े दीन राजेश कनक भवन दरवाजे पड़े रहो जहाँ सियारामजी विराजे पड़े रहो सुघर सोपान …
प्रभु श्री सीता-राम जी काटो कठिन कलेश कनक भवन के द्वार पर पड़े दीन राजेश कनक भवन दरवाजे पड़े रहो जहाँ सियारामजी विराजे पड़े रहो सुघर सोपान …
बधैया बाजे आँगने में, बधैया बाजे आँगने में। चंद्रमुखी मृगनयनी अवध की, तोड़त तान रागने में, बधैया बाजे आँगने में। प्रेम भरी प्रमदागन नाचे, नूपुर …
यह एक भक्ति गीत है जो श्री रामचन्द्र जी और सीता जी की प्रशंसा करता है। इसे आमतौर पर हिंदू धर्म के समारोहों और पूजा के दौरान …