आँगने में बधइया बाजे -रामजन्म गीत Rajeshwaranand ji mahraj
बधैया बाजे आँगने में, बधैया बाजे आँगने में। चंद्रमुखी मृगनयनी अवध की, तोड़त तान रागने में, बधैया बाजे आँगने में। प्रेम भरी प्रमदागन नाचे, नूपुर …
बधैया बाजे आँगने में, बधैया बाजे आँगने में। चंद्रमुखी मृगनयनी अवध की, तोड़त तान रागने में, बधैया बाजे आँगने में। प्रेम भरी प्रमदागन नाचे, नूपुर …
राजन जी महराज के द्वारा गाया हुआ ये भजन- कौशल्या के गोद खिलौना हो, कहुँ नज़र न लागे, प्रभु श्री राम जी के जन्मोत्सव के उपरान्त माँ …
भये प्रगट कृपाला दीन दयाला (Bhaye Prakat Kripala Deena Dayala) , श्री रामावतार की स्तुति तुलसीदास जी द्वारा रचित है और यह श्री रामचरितमानस के बालकाण्ड में …
जन्मे अवध रघुरइया हो, सब मंगल मनावो रूप मे अनूप चारो भइया हो, सब मंगल मनावो, एक श्याम जो नील कमल हो या जमुना का …
अयोध्या में राम जी जन्मले हो रामा, चैत महीनवा। चैत महीनवा नवमी के दिनवा। अयोध्या में राम जी जन्मले हो रामा, चैत महीनवा। केहू लुटावेला अन्न धन …
प्रभु श्री राम जी के दिव्य जन्मोत्सव के पावन अवसर पर पूज्य राजन जी के द्वारा गाया हुआ ये सोहर– धनि धनि चैत महिनवाँ, एक अप्रतिम …