लाड़ली सामने मेरे बैठी रहो,
मैं आँखों से आँसू बहाती रहूँ ||
अपने नैनों से करुणा की वर्षा करो,
मैं उसी रस में जी भर नहाती रहूँ ||
बिक गयी शौक से जग के बाज़ार में,
तब कही जाके ब्रज में सहारा मिला |
आंसुओ की बहाती नदी प्रेम में,
फिर कहीं जाके मुझको बरसाना मिला ||
भोरी हो भोरी हो तुम तो मोरी ही हो,
अब तो चरणों को तेरे दबाती रहूँ ||
लाड़ली सामने मेरे बैठी रहो,
मैं आँखों से आँसू बहाती रहूँ ||
लाड़ली सामने मेरे बैठी रहो,
मैं आँखों से आँसू बहाती रहूँ ||
अपने नैनों से करुणा की वर्षा करो,
मैं उसी रस में जी भर नहाती रहूँ ||
लाड़ली सामने मेरे बैठी रहो,
मैं आँखों से आँसू बहाती रहूँ ||
लाड़ली सामने मेरे बैठी रहो,
मैं आँखों से आँसू बहाती रहूँ ||
मैं आँखों से आँसू बहाती रहूँ
मैं आँखों से आँसू बहाती रहूँ,
मैं तो चरणों को तेरे दबाती रहूँ ||
लाड़ली सामने मेरे बैठी रहो,
मैं आँखों से आँसू बहाती रहूँ ||
Laadli saamne mere baithi raho (Radha Bhajan ) Lyrics in english